
Source -TCS
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS), जो भारत की प्रमुख आईटी सेवाओं की कंपनियों में से एक है, 10 अप्रैल को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे घोषित करेगी। ब्रोकरेज फर्म्स का अनुमान है कि यह तिमाही नरम रह सकती है, जिसमें क्रमिक राजस्व में गिरावट संभावित है। इसके पीछे मुख्य कारण मौसमी प्रभाव जैसे कम बिलिंग दिन, मांग में कमी और प्रोजेक्ट्स में देरी माने जा रहे हैं।
Moneycontrol द्वारा चार प्रमुख ब्रोकरेज हाउसेज़ के औसत अनुमानों के अनुसार, TCS का राजस्व साल-दर-साल 5% बढ़कर ₹64,840 करोड़ तक पहुंच सकता है, जबकि शुद्ध लाभ में केवल 1.4% की मामूली वृद्धि होकर ₹12,554 करोड़ रहने की संभावना है। EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमूर्त परिसंपत्तियों की कटौती से पहले की आय) ₹17,154 करोड़ रहने का अनुमान है।
स्थिर मुद्रा (Constant Currency) के संदर्भ में देखा जाए तो BSNL से संबंधित राजस्व में कमी के चलते तिमाही-दर-तिमाही आधार पर कुल राजस्व में गिरावट की संभावना जताई जा रही है। हालांकि BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) क्षेत्र से कुछ सकारात्मक योगदान की उम्मीद है, वहीं मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में कमजोरी बनी रह सकती है।
मुनाफे के मार्जिन में भी केवल 30 बेसिस पॉइंट्स की मामूली वृद्धि का अनुमान है, क्योंकि टैलेंट में निवेश, कर्मचारियों के पुनः कौशल विकास (reskilling) और प्रमोशनों से होने वाला खर्च, परिचालन क्षमता और रुपये में गिरावट से मिलने वाले लाभ को संतुलित कर सकता है।